रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म (RCM) के तहत कर भुगतान की ज़िम्मेदारी सप्लायर के बजाय प्राप्तकर्ता (recipient) पर होती है। इसकी जटिलता इस वजह से बढ़ जाती है क्योंकि इसकी लागू होने की स्थिति अलग-अलग श्रेणियों में भिन्न होती है।
मुख्य श्रेणियां जिन पर RCM लागू होता है:
1. माल (Goods):
काजू (बिना छिले हुए)
तंबाकू की पत्तियां
कच्चा कपास (Raw Cotton)
सिलेंडर आदि
2. सेवाएं (Services):
गुड्स ट्रांसपोर्ट एजेंसी (GTA) – केवल रजिस्टरड व्यवसायों पर RCM लागू
कानूनी सेवाएं (Legal Services) – केवल कंपनियों और व्यवसायों पर लागू
सुरक्षा सेवाएं (Security Services) – विशेष परिस्थितियों में RCM
मोटर वाहन किराए पर देना (Renting of Motor Vehicles)
विशेष मामलों में RCM का आवेदन:
1. सुरक्षा सेवाएं (Security Services):
यदि सेवा प्रदाता अंजीकृत (Unregistered) है और सेवा प्राप्तकर्ता रजिस्टर्ड (Registered) है, तो RCM लागू होगा।
यदि सेवा प्रदाता रजिस्टर्ड (Registered) है, तो फॉरवर्ड चार्ज मैकेनिज्म (FCM) लागू होगा।
2. किराया (Commercial Rent):
यदि मकान मालिक अंजीकृत (Unregistered) है और किरायेदार रजिस्टर्ड व्यवसाय (Registered Business) है, तो RCM लागू होगा।
यदि मकान मालिक रजिस्टर्ड (Registered) है, तो उसे खुद GST वसूलकर भुगतान करना होगा (FCM)।
RCM को सरल बनाने की जरूरत:
अलग-अलग श्रेणियों में RCM की जटिलता करदाताओं के लिए भ्रम पैदा करती है।
RCM के बार-बार बदलते नियमों के कारण व्यवसायों को अनुपालन में कठिनाई होती है।
स्पष्ट दिशानिर्देश और समान नियम इसे सरल बना सकते हैं।
क्या आप RCM श्रेणियों और उनकी लागू होने की स्थिति पर एक विस्तृत मास्टर चार्ट चाहते हैं?
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